परशुरामजी के भगवान विष्णु का छठा अवतार माना जाता है। भगवान परशुराम की जयंती बैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। इस दिन अक्षय तृतीया का त्योहार भी धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार देशभर में लॉकडाउन के कारण सोशल मीडिया पर यह अपील की जा रही है कि भगवान परशुराम की जयंती दीपोत्सव के रूप में मनाई जाए। हिंदू धर्म में विशेष त्योहारों पर गंगा में स्नान का विशेष महत्व है। इसलिए परशुराम जयंती पर भी गंगा स्नान की परंपरा चली आ रही है। मगर इस बार लोगों के लिए गंगा में स्नान कर पाना संभव नहीं होगा, तो वह घर पर ही स्नान के जल में गंगाजल मिलाकर यह पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। भगवान परशुराम विष्णु के ऐसे अवतार हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि यह चिरंजीवी हैं और हनुमानजी, अश्वत्थामा की तरह सशरीर पृथ्वी पर मौजूद हैं।